एक बार की बात है, एक हरे-भरे जंगल में एक छोटी सी चींटी रहती थी

एक बार की बात है, एक हरे-भरे जंगल में एक छोटी सी चींटी रहती थी। वह हर रोज़ अपने खाने की तलाश में इधर-उधर घूमती रहती थी। 2. एक दिन, वह खाना खोजते-खोजते एक नदी के किनारे पहुँच गई। नदी का पानी बहुत तेज बह रहा था और अचानक चींटी का पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गई। 3. चींटी को तैरना नहीं आता था, और वह डूबने लगी। वह मदद के लिए चिल्लाने लगी, लेकिन नदी में चींटी के आसपास कोई नहीं था जो उसकी मदद कर सके। 1. तभी, एक कबूतर, जो उसी नदी के पास एक पेड़ पर बैठा हुआ था, चींटी की आवाज़ सुनकर उसकी ओर देखा। 2. कबूतर ने तुरंत समझ लिया कि चींटी को मदद की ज़रूरत है। उसने जल्दी से पेड़ की एक छोटी सी टहनी तोड़ी और उसे नदी में गिरा दिया। 3. चींटी ने बड़ी मुश्किल से उस टहनी को पकड़ लिया और धीरे-धीरे किनारे तक पहुँच गई। 4. चींटी ने कबूतर को धन्यवाद दिया और कहा, "तुमने आज मेरी जान बचाई है। मैं तुम्हारी यह मदद कभी नहीं भूलूंगी।" 1. कुछ दिनों बाद, एक शिकारी उसी जंगल में आया और उसने उस कबूतर को देखा। शिकारी ने अपने धनुष में तीर लगाया और कबूतर पर निशाना साध लिया। 2. चींटी ने शिकारी को देखा और तुरंत समझ गई कि वह कबूतर को मारने की कोशिश कर रहा है। 3. उसने तेजी से दौड़कर शिकारी के पैर पर जोर से काट लिया। शिकारी दर्द से कराह उठा और उसका निशाना चूक गया। 4. इस बीच, कबूतर ने उड़ान भर ली और अपनी जान बचा ली। कबूतर ने चींटी की ओर देखकर मुस्कुराया और कहा, "तुमने मेरी जान बचाई, जैसे मैंने तुम्हारी बचाई थी।" 5. दोनों ने एक-दूसरे को धन्यवाद दिया और उस दिन से वे अच्छे दोस्त बन गए। 1. बच्चों, इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सच्ची मित्रता और परोपकार का कभी कोई मोल नहीं होता। जो दूसरों की मदद करता है, उसकी भी समय पर मदद जरूर होती है। 2. हमें हमेशा एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए, चाहे वह कितना भी छोटा या बड़ा हो।
Prompts
Copiar prompts
एक बार की बात है
,
एक हरे-भरे जंगल में एक छोटी सी चींटी रहती थी। वह हर रोज़ अपने खाने की तलाश में इधर-उधर घूमती रहती थी।
2
.
एक दिन
,
वह खाना खोजते-खोजते एक नदी के किनारे पहुँच गई। नदी का पानी बहुत तेज बह रहा था और अचानक चींटी का पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गई।
3
.
चींटी को तैरना नहीं आता था
,
और वह डूबने लगी। वह मदद के लिए चिल्लाने लगी
,
लेकिन नदी में चींटी के आसपास कोई नहीं था जो उसकी मदद कर सके।
1
.
तभी
,
एक कबूतर
,
जो उसी नदी के पास एक पेड़ पर बैठा हुआ था
,
चींटी की आवाज़ सुनकर उसकी ओर देखा।
2
.
कबूतर ने तुरंत समझ लिया कि चींटी को मदद की ज़रूरत है। उसने जल्दी से पेड़ की एक छोटी सी टहनी तोड़ी और उसे नदी में गिरा दिया।
3
.
चींटी ने बड़ी मुश्किल से उस टहनी को पकड़ लिया और धीरे-धीरे किनारे तक पहुँच गई।
4
.
चींटी ने कबूतर को धन्यवाद दिया और कहा
,
"तुमने आज मेरी जान बचाई है। मैं तुम्हारी यह मदद कभी नहीं भूलूंगी।"
1
.
कुछ दिनों बाद
,
एक शिकारी उसी जंगल में आया और उसने उस कबूतर को देखा। शिकारी ने अपने धनुष में तीर लगाया और कबूतर पर निशाना साध लिया।
2
.
चींटी ने शिकारी को देखा और तुरंत समझ गई कि वह कबूतर को मारने की कोशिश कर रहा है।
3
.
उसने तेजी से दौड़कर शिकारी के पैर पर जोर से काट लिया। शिकारी दर्द से कराह उठा और उसका निशाना चूक गया।
4
.
इस बीच
,
कबूतर ने उड़ान भर ली और अपनी जान बचा ली। कबूतर ने चींटी की ओर देखकर मुस्कुराया और कहा
,
"तुमने मेरी जान बचाई
,
जैसे मैंने तुम्हारी बचाई थी।"
5
.
दोनों ने एक-दूसरे को धन्यवाद दिया और उस दिन से वे अच्छे दोस्त बन गए।
1
.
बच्चों
,
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सच्ची मित्रता और परोपकार का कभी कोई मोल नहीं होता। जो दूसरों की मदद करता है
,
उसकी भी समय पर मदद जरूर होती है।
2
.
हमें हमेशा एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए
,
चाहे वह कितना भी छोटा या बड़ा हो।
INFO
Checkpoint & LoRA

Checkpoint
SeaArt Infinity
#Animal
#Obra de arte
#Escenografía
#SeaArt Infinity
0 comentario(s)
1
0
0