पंचतंत्र की कई कहानियाँ प्राचीन भारतीय साहित्य का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं


पंचतंत्र की कई कहानियाँ प्राचीन भारतीय साहित्य का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनमें से एक बहुत ही प्रसिद्ध और रोचक कहानी है "शेर और खरगोश": **शेर और खरगोश** एक समय की बात है, एक घने जंगल में एक शेर रहता था। वह शेर जंगल के सभी जानवरों को मारकर खा जाता था। इस वजह से जंगल के सभी जानवर बहुत परेशान थे। उन्होंने सोचा कि अगर यह शेर इसी तरह से हमें मारता रहा, तो एक दिन पूरा जंगल खाली हो जाएगा। एक दिन सभी जानवर मिलकर शेर के पास गए और बोले, "हे जंगल के राजा! अगर आप हमें हर दिन मारते रहेंगे तो एक दिन हम सब खत्म हो जाएंगे। हम आपके लिए एक सुझाव लाए हैं। अगर आप हमारी बात मानेंगे तो हम आपको हर दिन एक जानवर खुद ही भेज देंगे। इससे आपको भी शिकार नहीं करना पड़ेगा और हम भी शांति से रह सकेंगे।" शेर ने सोचा कि यह तो एक अच्छा प्रस्ताव है। उसने जानवरों की बात मान ली। अब हर दिन एक जानवर शेर के पास जाता और वह उसे खा जाता। एक दिन खरगोश की बारी आई। वह जानबूझकर शेर के पास देर से पहुंचा। शेर बहुत गुस्से में था और खरगोश से बोला, "तुम इतनी देर से क्यों आए?" खरगोश ने कहा, "महाराज! मैं तो समय पर आ रहा था, लेकिन रास्ते में मुझे एक और शेर मिल गया। उसने मुझे रोक लिया और कहा कि वह इस जंगल का असली राजा है। उसने मुझे बहुत देर तक रोके रखा।" यह सुनकर शेर को बहुत गुस्सा आया। उसने कहा, "मुझे उस शेर को दिखाओ। मैं उसे सबक सिखाऊंगा कि इस जंगल का असली राजा कौन है।" खरगोश शेर को एक गहरे कुएं के पास ले गया और बोला, "महाराज! वह शेर इस कुएं के अंदर रहता है।" शेर ने कुएं में झाँका तो उसे अपनी ही परछाई दिखाई दी। उसने सोचा कि यह दूसरा शेर है और गुस्से में दहाड़ते हुए कुएं में कूद पड़ा। कुएं में गिरते ही शेर डूब गया और मर गया। इस तरह, छोटे से खरगोश ने अपनी चतुराई से पूरे जंगल को उस खतरनाक शेर से मुक्ति दिलाई। इस कहानी से यह सिखने को मिलता है कि बुद्धिमानी और चतुराई से बड़ी से बड़ी समस्या का हल निकाला जा सकता है।
Подсказки
Копировать подсказки
पंचतंत्र की कई कहानियाँ प्राचीन भारतीय साहित्य का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनमें से एक बहुत ही प्रसिद्ध और रोचक कहानी है "शेर और खरगोश":
**शेर और खरगोश**
एक समय की बात है
,
एक घने जंगल में एक शेर रहता था। वह शेर जंगल के सभी जानवरों को मारकर खा जाता था। इस वजह से जंगल के सभी जानवर बहुत परेशान थे। उन्होंने सोचा कि अगर यह शेर इसी तरह से हमें मारता रहा
,
तो एक दिन पूरा जंगल खाली हो जाएगा।
एक दिन सभी जानवर मिलकर शेर के पास गए और बोले
,
"हे जंगल के राजा
!
अगर आप हमें हर दिन मारते रहेंगे तो एक दिन हम सब खत्म हो जाएंगे। हम आपके लिए एक सुझाव लाए हैं। अगर आप हमारी बात मानेंगे तो हम आपको हर दिन एक जानवर खुद ही भेज देंगे। इससे आपको भी शिकार नहीं करना पड़ेगा और हम भी शांति से रह सकेंगे।"
शेर ने सोचा कि यह तो एक अच्छा प्रस्ताव है। उसने जानवरों की बात मान ली।
अब हर दिन एक जानवर शेर के पास जाता और वह उसे खा जाता। एक दिन खरगोश की बारी आई। वह जानबूझकर शेर के पास देर से पहुंचा। शेर बहुत गुस्से में था और खरगोश से बोला
,
"तुम इतनी देर से क्यों आए
?
"
खरगोश ने कहा
,
"महाराज
!
मैं तो समय पर आ रहा था
,
लेकिन रास्ते में मुझे एक और शेर मिल गया। उसने मुझे रोक लिया और कहा कि वह इस जंगल का असली राजा है। उसने मुझे बहुत देर तक रोके रखा।"
यह सुनकर शेर को बहुत गुस्सा आया। उसने कहा
,
"मुझे उस शेर को दिखाओ। मैं उसे सबक सिखाऊंगा कि इस जंगल का असली राजा कौन है।"
खरगोश शेर को एक गहरे कुएं के पास ले गया और बोला
,
"महाराज
!
वह शेर इस कुएं के अंदर रहता है।"
शेर ने कुएं में झाँका तो उसे अपनी ही परछाई दिखाई दी। उसने सोचा कि यह दूसरा शेर है और गुस्से में दहाड़ते हुए कुएं में कूद पड़ा। कुएं में गिरते ही शेर डूब गया और मर गया।
इस तरह
,
छोटे से खरगोश ने अपनी चतुराई से पूरे जंगल को उस खतरनाक शेर से मुक्ति दिलाई।
इस कहानी से यह सिखने को मिलता है कि बुद्धिमानी और चतुराई से बड़ी से बड़ी समस्या का हल निकाला जा सकता है।
Информация
Checkpoint & LoRA

Checkpoint
AbsoluteRealIndian
#Реалистичный
#Женщина
0 комментариев
0
5
0